ट्रेडिंग करते समय प्रेग्नेन्ट लेडी का सम्मान करें
लेडीज तो हमेशा सम्मान का पात्र होती हैं और जब कोई शुभ कार्य कर रहें हों तो उस समय उनपर विशेष ध्यान देना चाहिये. आज मैं आपसे ट्रेडिंग करते समय प्रेग्नेन्ट लेडी की उपयोगिता पर चर्चा करने जा रहा हूं.
इसके पहले कि मैं आगे बढ़ूं यह बात पुन: रेखाकित कर देना आवश्यक है कि मैं न तो कोई निवेश सलाहकार हूं न शोधकर्ता. मैँ एक सामान्य ट्रेडर - वणिक - हूं जो अपने अनुभवों की चरचा करना पसन्द करता है. हमेशा की तरह आज भी मैं किसी शेयर विशेष की बात नहीं करने वाला. शेयर कौन सा होगा यह आप को तय करना होगा, किस तरह का ट्रेड करना है यह आपको तय करना है और चार्ट में कौन सा टाइम फ्रेम इस्तेमाल करना है यह भी आपही तय करेंगे. बार बार यह भी बता चुका हूं कि आज तक कोई भी संकेतक - इंडिकेटर - या रणनीति - स्ट्रेटेजी - नहीं बनी जो हमेशा सही साबित हो. अगले कँन्डल में कुछ भी हो सकता है. बाजार उपर जा सकता है, नीचे जा सकता है, या यूंही चक्कर मारते रह सकता है. इस लिये कोई भी सौदा खुद जाँच परख कर के ही करें या अपने निवेश सलाहकार से बात कर के. अब चलिये बात करते हैँ प्रेग्नेनंट लेडी की.
असल में ट्रेडिंग मे इसको हरामी कहते हैं और हिन्दी में या हमारी स्थानीय भाषाओं में हरामी एक घृणित शब्द है. हरामी शब्द जापानी भाषा से आया है जिसका अर्थ होता है गर्भवती महिला यानि कि प्रेग्नेंट लेडी.
अब चूंकि मैं सामान्य ट्रेडरों के हिसाब से चर्चा करता हूं और सामान्य वणिक सिर्फ लिवाल हो सकता है बिकवाल नहीं. इसलिये मैं सिर्फ लिवाल वाली प्रेग्नेंट लेडी की बात करुंगा. सवाल उठता है कि इसको पहचाने कैसे ? इसका महत्व स्थानविशेष से प्रभावित होता है या नहीं ? कितने लाभ की संभावना है ? कितना जोखिम है ? वगैरह वगैरह.
इस रणनीति का व्यवहार करने में एक शर्त यह है कि जिस टाइम चार्ट पर यह बने उसी टाइम फ्रेम पर आप ट्रेड कर रहे हों. सामान्यतया इसे लंबी अवधि के टाइम फ्रेम पर ट्रेड करना ज्यादा सही रहेगा. लंबी अवधि के टाइम फ्रेम पर आपको अपेक्षाकृत कम राशि लगानी पड़ती है. टाइम फ्रेम जितना छोटा होगा राशि उतनी ही बड़ी लगानी पड़ेगी.
यह प्रेग्नेंट लेडी आपके चार्ट पर कभी भी दीख सकती है. आपको देखना है कि यह उपर जाने वाला है या नीचे. स्वाभाविक है कि मैं सिर्फ लिवाल वाले ट्रेड की ही चर्चा करुंगा सो एक लंबी बियरिस कैंडल के बाद जब एक छोटी सी बुलिस कैंडल बने तो आपको इस लेडी के दर्शन मिल गये हैं. अब आपको अगली कैन्डल या कुछ कैन्डल का इंतजार करना पड़ेगा जब तक कि मूल्य रेखा बड़ी कैन्डल से उपर निकले. आप अब इस ट्रेड को ले सकते हैं, यानि कि लांग हो सकते हैं. जोखिम के लिये आपको छोटी कैन्डल के निचले बिन्दु को ध्यान में रखना पड़ेगा. और जोखिम के बराबर, डेढ़ा, या दुगुना पर आपको लाभ लेकर निकल जाना है. ज्यादा के लालच में पड़े तो - लटकले त गइले बेटा - वाली हालत बन सकती है. और जोखिम रेखा - स्टॉप लॉस - के साथ कोई भी छेड़छाड़ खतरनाक साबित हो सकती है. याद रखिये जिस दिन आप जोखिम रेखा को पौराणिक लक्ष्मण रेखा मानना शुरु कर देंगे उसी दिन से आपकी ट्रेडिंग लाभ देने लग जायेगी. ट्रेड नुकसान तब भी दे सकता है पर ट्रेडिंग लाभ दायक ही होगी. एक सौदा ट्रेड कहा जाता है और कई ट्रेड से ट्रेडिंग बनती है.
नीचे दिये गये चित्र में हमने दो आयत बनाये हैं. पहली आयत लंबी है वह सौदा लेने लायक नहीं बना क्योंकि बड़ी रेखा से उपर नहीं निकला और इस बीच कुछ निगेटिव कैन्डल बन गये. पर दूसरे आयत के बाद आप देखेंगे कि अच्छा लाभ मिल सकता था. सकता था को हमेशा याद रखियें. सकता था पर सकेगा ही तय नहीं होता.
लंबी लाल कैन्डल के बाद बनी पॉजिटिव छोटी कैन्डल का कोई भी सिरा लंबी वाली कैंडिल के ऊपर या नीचे नहीं निकलनी चाहिये. तभी यह प्रेग्नेंट लेडी कही जायेगी.
ट्रेड करने से पहले टाइम फ्रेम तय कर लीजिये. जिस टाइम फ्रेम पर यह लेडी नजर आई है उसी टाइमफ्रेम पर आपको ट्रेड करना है.
जोखिम रेखा का पालन करिये. मृग मरीचिका में उस रेखा के परे जाना आपको जोखिम में डाल सकता है.
एक कहावत और याद रखिये - समय से पहले और भाग्य से ज्यादा न तो मिला है न मिलेगा. आपको पता नही कि आपका समय कब आयेगा और आपके भाग्य में कितना लिखा है. इसलिये हमेशा सही दिशा में चलते रहने का, प्रयास करते रहने की आदत डाल लीजिये.
लाभ मिले तो एक बार धन्यवाद दे दीजियेगा पर नुकसान होने पर हमें गाली मत दीजियेगा. मुझे क्या मालूम आपका समय कब आयेगा या आपके भाग्य में कितना है.
शुभ लाभ !
No comments:
Post a Comment