Saturday, December 14, 2024

वाणिकी पचीसा

वाणिकी के अपने अनुभवों को अगर सूत्र बद्ध करना हो तो मैं इसे इन पचीस सूत्रों में समेटना चाहूंगा -


1. बचत और निवेश - अपनी आय का जो हिस्सा सुरक्षित रखा जाय, उसे बचत कहते हैं. और जो हिस्सा अपनी आय बढ़ाने के लिये किसी व्यापार-व्यवसाय में लगाया जाता है उसे निवेश कहते हैं.

2. वाणिकी (share trading) निवेश का एक तरीका है.

3. निवेश से होने वाली आय इस पर निर्भर करती है कि जोखिम कितना है. जितना ज्यादा जोखिम होगा, आय की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी. जोखिम कम हो तो आय भी कम ही होगी. जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज ज्यादा मिलता है और बचत खाते में कम. क्योंकि डिपॉजिट में कुछ जोखिम तो होता ही है.

4. शेयर मार्केट में आने वाला हर व्यक्ति वणिक ही होता है पर कुछ लोग निवेशक भी होते हैँ. निवेशक लम्बी समयावधि में ट्रेड करता है, वणिक छोटी समयावधि के लिये.

5. संभावना और संभव का अन्तर जाने बिना वाणिकी में सफलता नहीं मिल सकती. जो संभावित है वह संभव भी है, ऐसा जरुरी नहीं होता. संभावना में प्रयास नहीं होता और संभव करने के लिये प्रयास करना होता है. शेयर मार्केट, जिसे मैं अब सिर्फ बाजार कह कर संबोधित करूंगा, को आपकी परवाह नहीं होती. उसे न तो आपसे दुश्मनी होती है, न मित्रता. वह अपनी राह चलता है और इस चलने में जो संभावना होती है उसके आधार पर आप अपना प्रयास करते हैं आय की संभावना को सफल बनाने के लिये.

6. आपके वश में सिर्फ अपने नुकसान को सीमित रखना ही होता है. आय कब या कितना होगा यह बाजार तय करेगा.

7. कोई भी दिन बाजार का आखिरी नहीं होता. हर अवकाश के बाद बाजार खुलता है, और आपको अपना प्रयास इस तरह से करना होता है कि अगले दिन जब बाजार खुले तो आप वाणिकी करने में समर्थ रहें. इसके लिये अपने नुकसान को सीमा में रखना ही आपके वश में है. अगर आपने नुकसान को वश में कर लिया तो देर-सबेर लाभ आपके सारे नुकसानों की भरपाई करते हुये लाभ भी देगा ही.

8. वाणिकी के लिये आपके पास एक पूर्व परिभाषित योजना का होना अतिआवश्यक है.

9. कोई भी संकेतक (indicator) या रणनीति (strategy) सफलता की गारंटी नहीं देती. जिस दिन ऐसा संभव हो जायेगा बाजार उसी दिन बन्द हो जायेगा.

10. हर रणनीति या संकेतक कुछ बार सफलता देता ही है, और कुछ बार असफलता. बन्द घड़ियां भी दिन में दो बार सही समय बता ही देती हैं.

11. कोई भी सलाहकार या चैनल आपको सफल वाणिकी की गारंटी नहीं देता. जिस दिन किसी सलाहकार को वैसा मंत्र मिल जायेगा जो लाभ की गारंटी देता हो, उसी दिन वह सलाह बांटना बन्द कर देगा. सलाहकार या चैनल वही सलाह देते हैं जिनके पीछे उनका हित छिपा रहता है. ये हित सही उद्देश्य के भी होते हैं और गलत उद्देश्यों के लिये भी सलाह देते हैं.

12. हर कंपनी किसी न किसी दिन बन्द हो ही सकती है, इसलिये हमेशा चौकन्ना रहें. निवेशक की बात अलग है पर वणिक के लिये हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है. हर बैंक बन्द हो सकता है, और इसके उदाहरण भरपूर मिल जायेंगे. इसका मतलब यह नहीं कि आप बैंको पर बैंक करना बन्द कर दें. पर अपनी सारी जमा-पूंजी एक ही बैंक में रखना बेवकूफी हो सकती है और किसी दिन आप समस्या में पड़ सकते हैं. इसी तरह अपना सारा निवेश एक ही कंपनी या एक ही सेक्टर में मत करें.

13. अगर बाजार की समझ नहीं है तो स्वंय खरीदना-बेचना मत करें. किसी म्यूचुअल फंड का सहारा लें.

14. बढ़िया सलाह देने वाला सफल वणिक भी हो जरुरी नहीं होता. और सफल वणिक सही सलाहकार भी साबित हो यह भी जरुरी नहीं होता. बढ़िया खिलाड़ी बढ़िया कोच भी हो, या बढ़िया कोच बढ़िया खिलाड़ी भी हो, ऐसा देखने को बहुत कम मिलता है.

15. अगर शेयर खरीदने या बेचने के लिये आपको किसी दूसरे की सलाह चाहिये होती हो तो ऐसा करना बन्द कर दें. सीधे किसी म्यूचुअल फंड में शामिल हो जायं.

16. बड़े से बड़ा खिलाड़ी भी चुनौती मुक्त नहीं होता. क्योंकि हर खरीदार के लिये एक बिकवाल का होना जरुरी होता है, या हर बिकवाल के लिये एक खरीददार का होना जरुरी होता है. बड़े फंड खरीददारी भी करते हैं और बिकवाली भी.

17. कोई भी आपके स्टॉपलॉस की परवाह नहीं करता या उसका शिकार नहीं करता. हर शिकारी की ताक में कोई न कोई शिकारी छिपा ही रहता है. स्टॉपलॉस आप अपनी सुरक्षा के लिये लगाते हैं, अपने नुकसान को सीमा में रखने के लिये लगाते हैं.

18. शेयर बाजार आपको मुनाफा देता है पर असीमित मुनाफा की आशा करना अपनी बरबादी की पृष्ठभूमि तैयार करने जैसा होता है.

19. नुकसान छोटा रखियेगा तो कभी न कभी बड़ा मुनाफा मिलेगा ही. पर अगर बड़े मुनाफे की ताक में बैठे रह गये तो छोटा मुनाफा भी हाथ से निकल जायेगा. और कोढ़ में खाज की तरह आपने अपना नुकसान छोटा नहीं रखा तो बड़ा नुकसान होना ही है.

20. शेयर खरीदने से पहले सोच लें कि कितना नुकसान संभावित है और कितना नुकसान आप सहन कर सकते हैं. अगर आपकी सहनसीमा संभावित से कम हो तो वह सौदा नहीं करें.

21. जिस दिन आप बाजार में नुकसान उठाना सीख जायेंगे उस दिन के बाद आपके सफल होने की संभावना बढ़ जायेगी.

22. असफलता तय होती है जब आप ट्रेड करने के लिये शेयर खरीदते हैं और मुनाफा नहीं मिल पाने के चलते अगले दिन के लिये रख लेते हैं. खरीदने से पहले तय कर लें कि इसे कितनी समयावधि तक रखना है. समयावधि जितनी लंबी हो, निवेश राशि उसी अनुपात में कम होनी चाहिये. क्योंकि कल किसने देखा है !

23. हर वणिक की शैली उसके स्वभाव, उसकी परिस्थितियों के अनुसार होना चाहिये. जरुरी नहीं कि मैं जिस तरीके से मुनाफा कमाता होऊं वह तरीका आपके लिये भी कारगर हो. दवा हर मरीज के अनुसार दी जाती है. एक ही दवा हर मरीज के लिये काम नहीं करती.

24. वाणिकी करते समय हमेशा याद रखें - विष विषस्य औषधि. हर विष में औषधि के गुण होते हैं और हर विष में औषधि के. कब, किस परिस्थिति में, किस मात्रा में उसका सेवन करते हैं, परिणाम इसी पर निर्भर करता है. इसी तरह शेयर के हर सौदे में नुकसान और लाभ की संभावना सन्निहित होती है. अगर संभावित नुकसान संभावित मुनाफे से कम हो तो वह सौदा लाभदायक हो सकता है. होगा ही, यह भी जरुरी नहीं.

25. अगर आप नुकसान से बचना चाहते हैं तो वाणिकी मत करें. और आपका इससे बड़ा नुकसान किसी और तरीके से हो ही नहीं सकता. परीक्षा में सफलता मिलेगी ही यह तय नहीं होता, पर अगर असफलता के भय से आपने प्रयास करना या परीक्षा देना बन्द कर दिया तो इससे बड़ी असफलता दूसरी नहीं हो सकती.

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