Saturday, December 21, 2024

रोजाना पन्द्रह मिनट देकर ट्रेड कैसे करें ?

बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो शेयर ट्रेडिंग करना तो चाहते हैं पर समयाभाव का कारण ऐसा नहीं कर पाते. अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो मैं आपको बताना चाहूंगा कि मात्र पन्द्रह मिनट लगा कर आप शेयर ट्रेडिंग कर सकते हैं. और वह भी अपराह्न तीन बजे से सवा तीन बजे के बीच.


मैँ यह मान कर चल रहा हूं कि आपके पास एक डीमैट खाता है और आप किसी ब्रोकर प्लेटफार्म का उपयोग करते हैं. आपके ब्रोकर ने आपको चार्ट की सुविधा भी दे रखी होगी.


कोई भी रणनीति बताने के पहले यह बता देना आवश्यक है कि हर रणनीति में नुकसान का अंदेशा मौजूद रहता है. बिना नुकसान के अंदेशे वाली कोई रणनीति अबतक नहीं बन पाई है. और कभी बन भी नहीँ पायेगी क्योंकि यह असम्भव है. शेयर ट्रेडिंग में नुकसान का खतरा हमेशा है. आपको हमेशा इस हो सकने वाले नुकसान के बारे में सचेत रहना ही होगा.


यह मेरी नीति है कि मैं किसी कंपनी विशेष या स्टॉक विशेष का नाम नहीं लेता. मेरी रणनीति आप अपने किसी भी पसंदीदा स्टॉक पर उपयोग कर सकते हैँ. दूसरे मैँ कोई टीप नहीं देता. आपको अपना शेयर स्वंय चुनना होगा. कितना खरीदना है, कब खरीदना है, कितना नुकसान हो सकता है, कब बेचें, कितना मुनाफा हो सकता है यह सब आपको स्वंय तय करना होगा.


ट्रेडिंग के लिये वे स्टॉक बेहतर होते हैं जिनमें बड़ी संख्या में शेयरों की खरीद-बिक्री होती है. स्टॉक जितना वोलाटाइल (ज्यादा उतार-चढ़ाव दिखाने वाला) होगा, ट्रेडिंग के लिये उतना ही बेहतर होता हे.
 

अब अपने ब्रोकर के प्लेटफार्म पर दिये चार्ट को खोलिये और उस पर दो संकेतक, indicators, लगा दीजिये -

 Donchian Channel  और RSI
 
 RSI की सेटिंग नीचे दिये चित्र की तरह कर दें. रंग आप अपनी पसन्द का चुन लें.
 






 


 

 

 

 

 

 

 

 

Donchian Channel  की सेटिंग इस चित्र के अनुसार कर लें.


  



  

 

 

 

 

 

 

 

चार्ट का timeframe एक कैन्डल एक दिन का daily चुन लें.
  अपने वाच लिस्ट में दस ऐसे स्टॉक चुन लें जिनमें आप ट्रेड करना चाहते हैं.
  अपने कैपिटल को दस भाग में बाॅट लें. एक सौदा एक भाग का करें.
  हो सकता है इस रणनीति में आपको रोज का सौदा नहीं मिले, पर मुनाफा इस की भरपाई कर देगा.
 
इस तइयारी के बाद अपराह्न तीन बजे अपना वाच लिस्ट देखें. जो स्टॉक सबसे ज्यादा गिरा हो उसको अपने चार्ट पर लगायें और देखें कि उस स्टॉक का मौजुदा मूल्य नीचे वाली रेखा के नीचे है (पीले वृत में) और अभी कैन्डल पूरा बना नहीं है. कन्फर्मेशन के लिये इस समय  RSI की वैल्यू दस के आसपास मिलना चाहिये. डेली कैन्डल शाम साढ़े तीन बजे पूरा होगा पर आप आखिरी पन्द्रह मिनट की भीड़ से अलग रहिये. सवा तीन बजे आप वह स्टॉक मार्केट रेट पर खरीद लें. तीन बजे से सवा तीन बजे के बीच आपका काम पूरा हो गया.

अगले दिन फिर तीन बजे अपना चार्ट खोलें. जिस दिन उसका रेट उपर वाली रेखा पार कर गयी हो और  RSI की वैल्यू 80 से ( उपर वाले वृत में) ज्यादा हो. उस दिन सवा तीन बजे मार्केट रेट पर बेच दें. उस दिन तक इंतजार करें जब तक स्टॉक का मूल्य उपर वाली रेखा से उपर और  RSI की वैल्यू 80 से पार मिल जाय. बस उस दिन आप इस सौदे को निपटा दीजिये.

यह क्रम तब तक चलाते रहिये जब तक आपके कैपिटल के दसो हिस्से निवेशित नहीं हो जाते. इस रणनीति में आपको स्टॉपलॉस नहीं लगाना पड़ेगा. हाँ इन्तजार लंबा हो सकता है. प्रोफिट बुकिंग भी पूरा ले कर ही मिलेगा.

अगर आपको अपनी जिज्ञासा का उत्तर नहीं मिल रहा तो नीचे कमेंट बॉक्स में अपना प्रश्न लिख दें. मैं पूरी कोशिश करुंगा कि अगले दिन आपके प्रश्नों का उत्तर दे सकूं. बस मुझसे यह मत पूछियेगा कि कौन सा स्टॉक खरीदें. इस प्रश्न का उत्तर मैं आपको नहीं दे सकता क्योंकि यह नीतिविरुद्ध होगा.

Saturday, December 14, 2024

वाणिकी पचीसा

वाणिकी के अपने अनुभवों को अगर सूत्र बद्ध करना हो तो मैं इसे इन पचीस सूत्रों में समेटना चाहूंगा -


1. बचत और निवेश - अपनी आय का जो हिस्सा सुरक्षित रखा जाय, उसे बचत कहते हैं. और जो हिस्सा अपनी आय बढ़ाने के लिये किसी व्यापार-व्यवसाय में लगाया जाता है उसे निवेश कहते हैं.

2. वाणिकी (share trading) निवेश का एक तरीका है.

3. निवेश से होने वाली आय इस पर निर्भर करती है कि जोखिम कितना है. जितना ज्यादा जोखिम होगा, आय की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी. जोखिम कम हो तो आय भी कम ही होगी. जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज ज्यादा मिलता है और बचत खाते में कम. क्योंकि डिपॉजिट में कुछ जोखिम तो होता ही है.

4. शेयर मार्केट में आने वाला हर व्यक्ति वणिक ही होता है पर कुछ लोग निवेशक भी होते हैँ. निवेशक लम्बी समयावधि में ट्रेड करता है, वणिक छोटी समयावधि के लिये.

5. संभावना और संभव का अन्तर जाने बिना वाणिकी में सफलता नहीं मिल सकती. जो संभावित है वह संभव भी है, ऐसा जरुरी नहीं होता. संभावना में प्रयास नहीं होता और संभव करने के लिये प्रयास करना होता है. शेयर मार्केट, जिसे मैं अब सिर्फ बाजार कह कर संबोधित करूंगा, को आपकी परवाह नहीं होती. उसे न तो आपसे दुश्मनी होती है, न मित्रता. वह अपनी राह चलता है और इस चलने में जो संभावना होती है उसके आधार पर आप अपना प्रयास करते हैं आय की संभावना को सफल बनाने के लिये.

6. आपके वश में सिर्फ अपने नुकसान को सीमित रखना ही होता है. आय कब या कितना होगा यह बाजार तय करेगा.

7. कोई भी दिन बाजार का आखिरी नहीं होता. हर अवकाश के बाद बाजार खुलता है, और आपको अपना प्रयास इस तरह से करना होता है कि अगले दिन जब बाजार खुले तो आप वाणिकी करने में समर्थ रहें. इसके लिये अपने नुकसान को सीमा में रखना ही आपके वश में है. अगर आपने नुकसान को वश में कर लिया तो देर-सबेर लाभ आपके सारे नुकसानों की भरपाई करते हुये लाभ भी देगा ही.

8. वाणिकी के लिये आपके पास एक पूर्व परिभाषित योजना का होना अतिआवश्यक है.

9. कोई भी संकेतक (indicator) या रणनीति (strategy) सफलता की गारंटी नहीं देती. जिस दिन ऐसा संभव हो जायेगा बाजार उसी दिन बन्द हो जायेगा.

10. हर रणनीति या संकेतक कुछ बार सफलता देता ही है, और कुछ बार असफलता. बन्द घड़ियां भी दिन में दो बार सही समय बता ही देती हैं.

11. कोई भी सलाहकार या चैनल आपको सफल वाणिकी की गारंटी नहीं देता. जिस दिन किसी सलाहकार को वैसा मंत्र मिल जायेगा जो लाभ की गारंटी देता हो, उसी दिन वह सलाह बांटना बन्द कर देगा. सलाहकार या चैनल वही सलाह देते हैं जिनके पीछे उनका हित छिपा रहता है. ये हित सही उद्देश्य के भी होते हैं और गलत उद्देश्यों के लिये भी सलाह देते हैं.

12. हर कंपनी किसी न किसी दिन बन्द हो ही सकती है, इसलिये हमेशा चौकन्ना रहें. निवेशक की बात अलग है पर वणिक के लिये हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है. हर बैंक बन्द हो सकता है, और इसके उदाहरण भरपूर मिल जायेंगे. इसका मतलब यह नहीं कि आप बैंको पर बैंक करना बन्द कर दें. पर अपनी सारी जमा-पूंजी एक ही बैंक में रखना बेवकूफी हो सकती है और किसी दिन आप समस्या में पड़ सकते हैं. इसी तरह अपना सारा निवेश एक ही कंपनी या एक ही सेक्टर में मत करें.

13. अगर बाजार की समझ नहीं है तो स्वंय खरीदना-बेचना मत करें. किसी म्यूचुअल फंड का सहारा लें.

14. बढ़िया सलाह देने वाला सफल वणिक भी हो जरुरी नहीं होता. और सफल वणिक सही सलाहकार भी साबित हो यह भी जरुरी नहीं होता. बढ़िया खिलाड़ी बढ़िया कोच भी हो, या बढ़िया कोच बढ़िया खिलाड़ी भी हो, ऐसा देखने को बहुत कम मिलता है.

15. अगर शेयर खरीदने या बेचने के लिये आपको किसी दूसरे की सलाह चाहिये होती हो तो ऐसा करना बन्द कर दें. सीधे किसी म्यूचुअल फंड में शामिल हो जायं.

16. बड़े से बड़ा खिलाड़ी भी चुनौती मुक्त नहीं होता. क्योंकि हर खरीदार के लिये एक बिकवाल का होना जरुरी होता है, या हर बिकवाल के लिये एक खरीददार का होना जरुरी होता है. बड़े फंड खरीददारी भी करते हैं और बिकवाली भी.

17. कोई भी आपके स्टॉपलॉस की परवाह नहीं करता या उसका शिकार नहीं करता. हर शिकारी की ताक में कोई न कोई शिकारी छिपा ही रहता है. स्टॉपलॉस आप अपनी सुरक्षा के लिये लगाते हैं, अपने नुकसान को सीमा में रखने के लिये लगाते हैं.

18. शेयर बाजार आपको मुनाफा देता है पर असीमित मुनाफा की आशा करना अपनी बरबादी की पृष्ठभूमि तैयार करने जैसा होता है.

19. नुकसान छोटा रखियेगा तो कभी न कभी बड़ा मुनाफा मिलेगा ही. पर अगर बड़े मुनाफे की ताक में बैठे रह गये तो छोटा मुनाफा भी हाथ से निकल जायेगा. और कोढ़ में खाज की तरह आपने अपना नुकसान छोटा नहीं रखा तो बड़ा नुकसान होना ही है.

20. शेयर खरीदने से पहले सोच लें कि कितना नुकसान संभावित है और कितना नुकसान आप सहन कर सकते हैं. अगर आपकी सहनसीमा संभावित से कम हो तो वह सौदा नहीं करें.

21. जिस दिन आप बाजार में नुकसान उठाना सीख जायेंगे उस दिन के बाद आपके सफल होने की संभावना बढ़ जायेगी.

22. असफलता तय होती है जब आप ट्रेड करने के लिये शेयर खरीदते हैं और मुनाफा नहीं मिल पाने के चलते अगले दिन के लिये रख लेते हैं. खरीदने से पहले तय कर लें कि इसे कितनी समयावधि तक रखना है. समयावधि जितनी लंबी हो, निवेश राशि उसी अनुपात में कम होनी चाहिये. क्योंकि कल किसने देखा है !

23. हर वणिक की शैली उसके स्वभाव, उसकी परिस्थितियों के अनुसार होना चाहिये. जरुरी नहीं कि मैं जिस तरीके से मुनाफा कमाता होऊं वह तरीका आपके लिये भी कारगर हो. दवा हर मरीज के अनुसार दी जाती है. एक ही दवा हर मरीज के लिये काम नहीं करती.

24. वाणिकी करते समय हमेशा याद रखें - विष विषस्य औषधि. हर विष में औषधि के गुण होते हैं और हर विष में औषधि के. कब, किस परिस्थिति में, किस मात्रा में उसका सेवन करते हैं, परिणाम इसी पर निर्भर करता है. इसी तरह शेयर के हर सौदे में नुकसान और लाभ की संभावना सन्निहित होती है. अगर संभावित नुकसान संभावित मुनाफे से कम हो तो वह सौदा लाभदायक हो सकता है. होगा ही, यह भी जरुरी नहीं.

25. अगर आप नुकसान से बचना चाहते हैं तो वाणिकी मत करें. और आपका इससे बड़ा नुकसान किसी और तरीके से हो ही नहीं सकता. परीक्षा में सफलता मिलेगी ही यह तय नहीं होता, पर अगर असफलता के भय से आपने प्रयास करना या परीक्षा देना बन्द कर दिया तो इससे बड़ी असफलता दूसरी नहीं हो सकती.

इतिश्री

इतिश्री का अर्थ होता है समापन.  जब कथा का अन्त होता है तो कथावाचक कहता है - इतिश्री.


तो मैंने इस ब्लॉग का नाम इतिश्री क्यों रखा जब यह शुरु होने जा रहा है. प्रश्न स्वाभाविक है ओर मेरा उत्तर कबीरदास के इस दोहे में छिपा हुआ है -

कबीरा खड़ा बाजार में, लिये लुकाठी हाथ.
जो घर जारे आपना, चले हमारे साथ.

ऐसा तो नहीं था कि कबीरदास आपका या मेरा घर जलाना चाहते थे, या हमें उकसाना चाहते थे कि हम अपना घर जला दें. विचारक या दार्शनिक कई बार अपनी बातें इस तरह से कहते हैं कि हर कोई उसे सहजता से नहीं समझ पाता. छायावादी कवियों की भी परम्परा रही है कि वे कोई बात इस अन्दाज में कहते हैं कि मियां बूझे प्याज, बेगम बूझे अदरख ! यानि कि -

लाली मेरे लाल की, जित देखो तित लाल.
लाली देखन मैं गई मैं भी हो गई लाल.

या फिर -

जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखिन तिन तैसी.

इतनी भूमिका के बाद स्पष्ट कर दूं कि न तो मैं दार्शनिक हूं, न विचारक, न छायावादी कवि. मैं तो जीवन के उत्तरार्ध में अपने जीवन के अनुभवों को आपसे साझा करना चाहता हूं. और यह अनुभव सिर्फ वाणिकी के हैं. वाणिकी माने शेयरों की खरीद बिक्री से आय कमाने का तरीका. और न तो मैं सेबी से प्रमाणित हूं, न स्वीकृत सलाहकार. इसलिये यहां किसी शेयर विशेष को खरीदने या बेचने की सलाह न दी जाती है, न देने की मंशा है. आगे आपकी मर्जी, आप मेरे अनुभवों को किस तरह लेते हैं. अगर पसन्द आये तो आते रहिये, अपने मित्रों से साझा करते रहिये. न पसन्द आये तो नीचे कमेंट बॉक्स में दर्ज कर दीजिये. इससे मैं अपनी कमियों को दूर कर पाऊंगा. आपके आने और पढ़ने के लिये धन्यवाद !

रोजाना पन्द्रह मिनट देकर ट्रेड कैसे करें ?

बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो शेयर ट्रेडिंग करना तो चाहते हैं पर समयाभाव का कारण ऐसा नहीं कर पाते. अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो मैं आपको ...